पुलिस चौकी स्थापित: छावनी में तब्दील हुआ सुराणा गांव, 700 पुलिसकर्मी तैनात, बाहर से आने वाले रास्तों पर फोर्स तैनात

सरकार विरोधी गतिविधियों की आशंका को देखते हुए सुराणा के ग्राम पंचायत भवन में अस्थायी पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई है, जहां सायला थाने से स्टाफ लगाया गया है। इसके अलावा गांव में 700 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।

जालौर | Rajasthan Dalit Student Death: जालौर जिले के सुराणा में टीचर की मार से हुई छात्र इन्द्र की मौत के मामले से राजस्थान में उबाल आ गया है। राज्य के नेताओं का मृतक छात्र के परिजनों से मिलने के लिए घर पर तांता लगा रहता है। गहलोत सरकार के मंत्रियों के अलावा विपक्षी दलों के नेता और समर्थक भी सुराणा गांव पहुंच रहे हैं। ऐसे में सरकार विरोधी गतिविधियों की आशंका को देखते हुए सुराणा के ग्राम पंचायत भवन में अस्थायी पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई है, जहां सायला थाने से स्टाफ लगाया गया है। इसके अलावा गांव में 700 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। दलित छात्र की मौत के बाद उपजे बवाल को गंभीरता से देखते हुए प्रशासन ने जालौर मुख्यालय सहित सुराणा में बाहर से आने वाले रास्तों के पॉइंट पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी है। साथ ही मेवाड़ भील कोर पुलिस दल को भी  बुलाया गया है। 

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निष्पक्ष जांच को लेकर आज धरने का आह्वान
वहीं दूसरी ओर, भीम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतपाल तंवर, राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य शिव भगवान नागा, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य मृतक छात्र के परिजनों से मिलने सुराणा गांव पहुंचे। इस मामले में सर्वसमाज ने जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने आज निष्पक्ष जांच को लेकर धरने का आह्वान किया है।

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पुलिस ने रोका तो दी धरने की चेतावनी
आपको बता दें कि, इससे पहले भीम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतपाल तंवर के काफिले को पोषाणा-सियावट चौराहे पर पुलिस ने रोक लिया। जिसके बाद तंवर ने सियावट चौराहे पर पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलने पर धरना देने की चेतावनी दी। तब जाकर पुलिस जाप्ते के साथ तंवर को सुराणा गांव तक जाने की अनुमति दी गई।