अमेरिका को ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर: अमेरिका ने बिना पायलट के हेलीकॉप्टर उड़ाकर रच दिया इतिहास, 4 हजार फीट की ऊंचाई पर 115 से 125 मील प्रति घंटे की रफ्तार उड़ा ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर

विश्व की महाशक्ति अमेरिका ने आज आटोमेशन व वार फेयर की दुनिया में इतिहास रच दिया। अमेरिका ने बिना पायलट के हेलीकॉप्टर को उड़ाकर करीबन आधे घंटे बाद सफल लैंडिंग तक कराई।

नई दिल्ली, एजेंसी।
विश्व की महाशक्ति अमेरिका ने आज आटोमेशन व वार फेयर की दुनिया में इतिहास रच दिया। अमेरिका ने बिना पायलट के हेलीकॉप्टर को उड़ाकर करीबन आधे घंटे बाद सफल लैंडिंग तक कराई। 
अमेरिका के ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर को 5 फरवरी 2022 के दिन पहली बार बिना पायलट के उड़ाया गया। इस दौरा हेलीकॉप्टर 4 हजार फीट की ऊंचाई पर 115 से 125 मील प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ता हुआ नजर आया।


इतना ही नहीं इसकी यह उड़ान करीबन आधा घंटा रही। अमेरिका की इस सफलता से रूस के साथ चीन की चिंता बढ़ गई। 
ब्लैक हॉक ने टेस्ट उड़ान के लिए अमेरिका के केंटुकी शहर में तैयारी की थी। इस शहर में कम्प्यूटर की मदद से एक आभासी शहर बनाया गया। 
इसमें टेक्नोलॉजी की सहायता से इमारतें बनाई गई। इसमें ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर ने इन रुकावटों से बचते हुए अपनी उड़ान पूरी की। 
इसके दो दिन बाद फिर से अमेरिका ने बिना पायलट के इस हेलीकॉप्टर की उड़ान भरी। अमेरिका ने इसकी जाकनारी साझा नहीं की।


अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर 357 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है। इसका आपरेशनल रेंज 583 किलोमीटर तक बताई जा रही है। 
इसमें जनरल इलेक्ट्रिक का टी 700 जीई 701 टर्बो शॉफ्ट इंजन है। इसका वजन 9979 किलोग्राम के करीब बताया जा रहा है। अमूमन इस हेलीकॉप्टर को दो पायलट उड़ाते हैं। 
इसकी कीमत 21300000 डॉलर है। फिलहाल अमेरिका के अलावा चीन, दक्षिण कोरिया, इजरायल, कोलंबिया,ब्राजील, मेक्सिको, ताइवान, तुर्की, स्लोवाकिया की सेना में भी इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल हो रहा है। 
आस्ट्रेलिया ने भी कुछ दिनों पहले ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर के खरीद का समझौता किया है। तालिबान के पास भी ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर हैं।