गहलोत सरकार का दोगला चेहरा: भाजपा विधायक दल के सचेतक ने गहलोत सरकार को बताया भेदभाव करने वाली सरकार
कोरोना गाइड लाइन को लेकर राजस्थान सरकार का दोगला चेहरा सामने आ रहा है। राजस्थान सरकार के मंत्री या विधायक जब बिना मास्क या सोशल डिस्टेंसिंग के जन सभा या आयोजन करते है तो सरकार के नुमाइंदे कार्रवाई तो दूर उनके साथ खडे़ नजर आते है,
जालोर।
कोरोना गाइड लाइन को लेकर राजस्थान सरकार का दोगला चेहरा सामने आ रहा है। राजस्थान सरकार के मंत्री या विधायक जब बिना मास्क या सोशल डिस्टेंसिंग के जन सभा या आयोजन करते है तो सरकार के नुमाइंदे कार्रवाई तो दूर उनके साथ खडे़ नजर आते है, वहीं अगर एक आम जन बिना मास्क के मिल जाए या फिर शादी समारोह में तय सीमा से अधिक मेहमान मिल जाए तो लाखों रूपए का जुर्माना वसूला जा रहा है। राजस्थान मुख्यमंत्री के इस दोगलेपन का सोषल मीडिया पर जमकर विरोध हो रहा है। अब भाजपा विधायक दल के सचेतक ने भी सोशल मीडिया पर इसका विरोध जताया और राजस्थान सरकार पर भेदभाव वाली सरकार का आरोप लगा दिया।
जोगेश्वर गर्ग की सोशल मीडिया पर ट्वीट
जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि एक आम आदमी की बेटी की शादी में थोड़ी सी भीड़ ज्यादा होने पर प्रशासन ने एक लाख रुपए का जुर्माना वसूला लिया। जबकि एक मंत्री के पिताजी के जनाजे में हजारों की भीड़ उमड़ने पर तो एक करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला गया होगा ?
काजी फकीर के जनाजे में उमड़ी थी हजारों की भीड़
राजस्थान सरकार के मंत्री शाले मोहम्मद के पिता गाजी फकीर की मौत गत सप्ताह हो गई थी। सरकार के मंत्री के पिता के जनाजे में हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी बावजूद इसके प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की थी, जबकि उसी दिन राजस्थान के धौलपुर जिले में भाजपा विधायक द्वारा धार्मिक अनुष्ठान में भीड़ एकत्रित करने के मामले में मुख्यमंत्री अषोक गहलोत ने वीसी में कलेक्टर-एसपी को फटकार लगाते हुए नोटिस जारी कर दिया था। लेकिन सरकार के मंत्री के पिता के जनाजे में उमड़ी भीड़ नजर नहीं आई। हालांकि मीडिया में गाजी फकीर के जनाजे की भीड़ की तस्वीर छपने के बाद प्रषासन ने संबंधित थाना अधिकारी के खिलाफ खानापूर्ति वाली कार्रवाई की थी।