Reetपरीक्षा पेपर लीक मामले में CMके बयान: Chief Minister अशोक गहलोत ने रीट परीक्षा रद्द करने को लेकर दिया बयान, भाजपा राज में भी पेपर लीक हुए, भाजपा ने क्या किया!
आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया। परीक्षा रद्द करने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि परीक्षा रद्द करने में केवल दो मिनट लगती है। सीबीआई जांच कराने की मांग विपक्ष की ओर से की जा रही है, ये सब इस भर्ती को अटकाने के प्रयास है। इतना ही नहीं, सीएम गहलोत ने विधानसभा में नकल को लेकर बिल लाने के संकेत दिए।
जयपुर।
राजस्थान में रीट परीक्षा के पेपर लीक मामले में आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया। परीक्षा रद्द करने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि परीक्षा रद्द करने में केवल दो मिनट लगती है।
सीबीआई जांच कराने की मांग विपक्ष की ओर से की जा रही है, ये सब इस भर्ती को अटकाने के प्रयास है। इतना ही नहीं, सीएम गहलोत ने विधानसभा में नकल को लेकर बिल लाने के संकेत दिए।
वहीं सीएम ने इस मामले में एसओजी द्वारा की जा रही जांच की सराहना की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
सीएम ने कहा कि पेपर लील में कोई व्यक्ति विशेष की बात नहीं है। आपराधिक लापरवाही भी कार्रवाई का बहुत बड़ा कारण होता है। उन्होंने कहा कि हर गलती कीमत मांगती है।
सीएम ने अपने एक सेंटेंस के बारे में बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति की जिंदगी में हर गलती हर क्षेत्र में कीमत मांगती है।
इसलिए जिसने गलती की उसे कीमत चुकानी पड़ेगी। गहलोत के मीडिया में इस बयान के बाद अब पेपर लीक मामले में कई बड़े नाम सामने आने के कयास लगाए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारौली को सरकार ने बर्खास्त कर दिया है। वहीं दो एसोसिएट प्रोफेसर्स के सस्पेंशन आदेश जारी कर दिए गए है।
हर राज्य में ऐसी गैंग, बेरोजगारी बड़ा कारण
सीएम गहलोत ने कहा कि हर राज्य के अंदर ऐसी गैंग बन चुकी है।
उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश तक में गैंग सक्रिय है। ये गैंग देश में बढ़ रही बेरोजगारी के कारण बन रही है।
लोगों के पास नौकरी नहीं है, नौकरी के लिए लोग तरस रहे है। बड़े लेवल पर करप्शन हो रहा है। लेकिन राजस्थान सरकार ने भनक लगते ही एक्शन लिया और एसओजी को निष्पक्ष जांच के आदेश जारी किए।
राजस्थान में एसओजी ने उम्मीद से परे कम समय में वो कर दिखाया जिसकी उम्मीद तक नहीं थी।
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया तक ने एसओजी की जांच की तारीफ की थी। ऐसे में मैं समझता हूं कि अभी इंतजार करना चाहिए। रीट परीक्षा को लेकर कई लोगों के खिलाफ सरकार ने सख्त कदम उठाया है। कुछ को बर्खास्त तो कुछ को सस्पेंड तक किया गया। अभी कुछ और लोगों से पूछताछ की जा रही है। जो भी लापरवाही में सामने आएगा, उसे बर्खास्त किया जाएगा।
गौरतलब है कि बोर्ड अध्यक्ष डीपी जारौल के अलावा बोर्ड सचिव आरएएस अरविंद कुमार सेंगवा, सहायक निदेशक एचआरडी और गणित के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुभाष यादव और प्रशासन शाखा में लगे केमिस्ट्री के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बीएस बैरवा को सरकार ने निलंबित कर दिया है।
भाजपा के राज में भी पेपर लीक हुए:सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के राज में भी पेपर आउट हुए थे। उस दौरान कांग्रेस ने प्रदर्शन भी किया था। भाजपा ने क्या किया! हमने पेपर की भनक लगते ही एसओजी से जांच करवाई।
कई लोगों की गिरफ्तार हुई, सरकार ने बर्खास्त तक किया। बेरोजगारों के भविष्य का सवाल है।
इसलिए ऐसा सुझाव दिया जाए जिससे भविष्य में ऐसा ना हो। लेकिन यहां आलोचना की जा रही है, सीबीआई जांच की मांग कीजा रही है, जो भर्ती को अटकाने का प्रयास है।
सीएम ने कहा कि सरकार ने हाईकोर्ट पूर्व जज की कमेटी बनाई गई है, ताकि भविष्य में ऐसी नौबत न आए। सरकार अगले विधानसभा सत्र में नकल और पेपर लीक मामलों के खिलाफ सख्त कानूनी प्रावधान करने के लिए बिल लेकर आ रही है।