Pakistan @ Pak Navy की ताकत में इजाफा: चीन ने लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइलों से लैस वॉरशिप सौंपी पाकिस्तान को, पाक नेवी ने दिया पीएनएस तुगरिल नाम

चाइना और पाकिस्तान अभी कई नौसेना समझौते पर कार्य कर रहे हैं।  साफ शब्दों में कहा जाए तो चीन पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को बढ़ाने में मदद कर रहा है। चीन ने जहां दो साल पहले पाकिस्तान को पहला JF-17 फाइटर जेट दिया था। वहीं अब चीन ने पाकिस्तान को एडवांस्ड वॉरशिप दिया है।

नई​ दिल्ली, एजेंसी।
चाइना और पाकिस्तान अभी कई नौसेना समझौते पर कार्य कर रहे हैं।  साफ शब्दों में कहा जाए तो चीन पाकिस्तान की सैन्य शक्ति को बढ़ाने में मदद कर रहा है। चीन ने जहां दो साल पहले पाकिस्तान को पहला JF-17 फाइटर जेट दिया था। वहीं अब चीन ने पाकिस्तान को एडवांस्ड वॉरशिप दिया है। चाइना की मीडिया के मुताबिक शंघाई में एक कमीशन समारोह में चाइना स्टेट शिप बिल्डिंग कॉरपोरेशन ​लिमिटेड द्वारा डिजाइन किए गए वॉरशिप को पाकिस्तानी नौसेना को सौंप दिया। यह वॉरशिप अब तक निर्यात किया गया सबसे बड़ा और सबसे एडवांस वॉरशिप है।

चीन के इस वॉरशिप से पाकिस्तानी नौसेना की ताकत बढ़ जाएगी। बीजिंग ने पाकिस्तान को सबसे एडवांस वॉरशिप दिया है। वहीं पाकिस्तान ने एक बयान जारी कर कहा कि टाइप 054A/पी वॉरशिप हर हालात में युद्ध अभियानों को अंजाम दे सकता हैं। पाकिस्तान ने इस युद्धपोत को पीएनएस तुगरिल का नाम दिया है।  तुगरिल चार तरह के 054 वॉरशिप युद्धपोत में से पहला भाग है, इसका निर्माण पाकिस्तानी नौसेना के लिए किया जा रहा है। यह युद्धपोत में एक्स्टेंसिव सर्विलांस में पूर्ण रूप से दक्ष है। वॉरशिप का सतह से सतह के साथ ही सतह से हवा और पानी में मार किया जा सकता है। यह युद्धपोत कॉम्बैट मैनेजमेंट के साथ ही सेल्फ डिफेंस क्षमता तथा इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम से लैस है। इसके साथ ही इस युद्धपोत की रडार प्रणाली बहुत ही बेहतर है। यह लंबी दूरी की मिसाइलों से भी लैस है। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने चाइना के साथ  टाइप-054 वॉरशिप के लिए 2017 में समझौता किया था। इसका पहला शिप अगस्त 2020 में तैयार किया गया, फिर इसकी टेस्टिंग हुई। इसके इंजन में सुधार के बाद पाकिस्तानी नौसेना को सौंपा गया हैं।