फोन टेपिंग मामले में विधानसभा में हंगामा: राजस्थान विधानसभा में फोन टेपिंग मामले को लेकर विपक्ष ने किया जमकर हंगामा, भाजपा विधायक दिलावर 7 दिन के लिए निलंबित

राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। हंगामे का कारण बना फोन टेपिंग। सरकार के फोन टेपिंग मामले में कबूलनामे के बाद ​मंगलवार को विपक्ष के द्वारा किए गए हंगामे के चलते सत्र को 4 बार स्थगित करना पडा।  इतना ही नहीं, स्पीकर द्वारा भाजपा विधायक को 7 दिनों के लिए ​निलंबित तक कर दिया गया। 

जयपुर।
राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। हंगामे का कारण बना फोन टेपिंग। सरकार के फोन टेपिंग मामले में कबूलनामे के बाद ​मंगलवार को विपक्ष के द्वारा किए गए हंगामे के चलते सत्र को 4 बार स्थगित करना पडा।  इतना ही नहीं, स्पीकर द्वारा भाजपा विधायक को 7 दिनों के लिए ​निलंबित तक कर दिया गया। 
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को पहले 12:30 बजे और फिर 1 बजे और फिर 1.40 बजे आधे-आधे घंटे के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित की गई। इसके बाद 2.10 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई। लेकिन 3.15 बजे फिर हंगामे के कारण सदन को चौथी बार आधे घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा।
​फोन टेपिंग पर हो पहले चर्चा, स्पीकर ने किया इनकार 
दोपहर 2:10 पर सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विधानसभा स्पीकर ने फोन टैपिंग पर नए तथ्य दिए बिना सदन में चर्चा करवाने से इनकार कर दिया। चर्चा नहीं कराने से नाराज भाजपा विधायकों ने फिर से वेल में नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे और नारेबाजी के बीच ही विधानसभा में उच्च शिक्षा और खेल की अनुदान मांगों पर बहस चल रही है। ​फोन टैपिंग पर अब सदन में डेडलॉक (गतिरोध) ​बन गया है। भाजपा ने फोन टैपिंग पर चर्चा के बिना विधानसभा की कार्यवाही चलने देने से इनकार कर दिया है। 
दिलावर को किया निलंबित


हंगामे और नारेबाजी के बीच भाजपा विधायक मदन दिलावर को 7 दिन के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया गया। संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने दिलावर को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा। इसे ध्वनिमत से पारित किया गया। इसके बाद स्पीकर ने दिलावर को सदन से बाहर जाने के लिए कहा। इसी दौरान स्पीकर ने मार्शल को दिलावर को सदन से बाहर निकालने के आदेश दिए। इस पर भाजपा विधायकों ने दिलावर के चारों तरफ घेरा बना दिया। हंगामा बढ़ता देख स्पीकर ने विधानसभा की कार्यवाही को चौथी बार 3:15 बजे स्थगित कर दिया। शून्यकाल शुरू होते ही स्थगन प्रस्ताव खारिज होने से नाराज भाजपा विधायकों ने वेल में पहुंचकर नारेबाजी की। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और विधायक कालीचरण सराफ ने स्थगन प्रस्ताव के जरिए फोन टैपिंग का मामला उठाना चाहा, लेकिन स्पीकर सीपी जोशी ने इसकी मंजूरी नहींं दी। इस पर नाराज भाजपा विधायकों ने सदन में वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी।