Politics @राजस्थान के बेरोजगारों का धरना: Rajasthan के बेरोजगार Uttar Pradesh के लखनऊ कांग्रेस कार्यालय के बाहर कर रहे है प्रदर्शन, 4 दिन से प्रियंका गांधी से मुलाकात का इंतजार
उत्तर प्रदेश के लखनऊ कांग्रेस कार्यालय के बाहर राजस्थान के बेरोजगार युवा पिछले चार दिनों से धरने पर है। गहलोत सरकार ने राजस्थान में बेरोजगारों के साथ वादा खिलाफी की है। राजस्थान में 48 दिनों से बेरोजगार धरना दे रहे हैंं, लेकिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार उनकी ओर ध्यान तक नहीं दे रही हैं।
लखनऊ एजेंसी।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ कांग्रेस कार्यालय के बाहर राजस्थान के बेरोजगार युवा पिछले चार दिनों से धरने पर है। चौकाने वाली बात यह है कि राजस्थान कांग्रेस सरकार में सुनवाई नहीं होने पर युवाओं ने यूपी में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से उम्मीद लगाई, लेकिन वहां भी पिछले चार दिनों से कोई सुनवाई नहीं हो रही है। राजस्थान के बेरोजगारों का यह आंदोलन अब देशभर में चर्चा का विषय बन गया है। 22 सूत्री मांगों को लेकर बेरोजगार प्रियंका गांधी से मुलाकात का इंतजार कर रहे है।
राजस्थान एकीकृत बेरोजगार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि गहलोत सरकार ने राजस्थान में बेरोजगारों के साथ वादा खिलाफी की है। राजस्थान में 48 दिनों से बेरोजगार धरना दे रहे हैंं, लेकिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार उनकी ओर ध्यान तक नहीं दे रही हैं। ऐसे में बेरोजगारों को मजबूरन उत्तर प्रदेश में आकर धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर राजस्थान सरकार ने बेरोजगारों की मांगों को नहीं माना तो आगामी विधानसभा चुनावों में उनको इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। उपेन यादव ने कहा कि राजस्थान के कांग्रेस नेताओं ने बेरोजगारों से बातचीत कर उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। जबकि कांग्रेस नेता बेरोजगारों को ब्लैकमेलर तक कह रहे है। उपेन यादव ने तो यहां तक कहा कि हमें राजस्थान में चुनाव नहीं लड़ना और ना ही प्रदर्शन कर रहे किसी छात्र को चुनाव लड़ना है, हमें युवाओं की समस्याओं का समाधान चाहिए। सरकार हमारी मांगों को पूरा करने का आश्वासन देती है तो हम आंदोलन समाप्त कर देंगे।