सीएम की चरण वंदना: सिरोही बीजेपी जिलाध्यक्ष के पत्रकार भाई का सीएम गहलोत चरणों में शीश नवाना प्रदेश भाजपा में चर्चा का विषय बना

जो अशोक गहलोत कभी पीएम मोदी के प्रभाव में गोदी मीडिया का उल्लेख करते हुए पत्रकारिता की हत्या की दुहाई देते थे। वे खुद विज्ञापन नहीं देने की धमकियां देने लगे। यही नहीं उनके शासन में प्रशस्तिगान नहीं करने वाले कई ईमानदार और रीढ़ वाले पत्रकारों को नौकरी छोड़ने पर भी मजबूर होना पड़ा है।

Govind Purohit with CM Rajasthan Ashok Gehlot

जयपुर | सिरोही भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित तथा बीजेपी नेता जिला प्रमुख अर्जुन पुरोहित के भाई गोविंद पुरोहित का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चरणों में नत मस्तक होना बीजेपी आलाकमान को पच नहीं रहा है।

पच तो पत्रकार जगत को भी नहीं रहा है, जिसमें एक अखबार के प्रधान संपादक की लाचारी इस कदर है कि नेताओं की चरणवंदना करनी पड़ रही है।

जिलाध्यक्ष बनने के बाद नारायण पुरोहित ने अपने एक भाई अर्जुन पुरोहित को सिरोही जिला प्रमुख की कुर्सी पर काबिज करवाने में अपूर्व सफलता हासिल की। परन्तु अब उनके अनुज का कांग्रेस के जादूगर नेता अशोक गहलोत के यहां शीश नवाना भाजपा आलाकमान में चर्चा का विषय है। दो दिन पूर्व एक कांग्रेस नेता के पार्टी ज्वाइन करने के मौके पर भी अंदरखाने इस पर चर्चा हुई। 

मजबूरी यह भी
गोविंद पुरोहित एक दैनिक समाचार पत्र जागरूक टाइम्स चलाते हैं। इस समाचार पत्र के संपादक का मुख्यमंत्री के चरणों में शीश झुकाना पत्रकार जगत को भी रास नहीं आ रहा है। यह माना जा रहा है कि विज्ञापन के साथ—साथ समाचार पत्र का अस्तित्व बचाए रखने की मजबूरी राजस्थान में कई पत्रकारों की बन गई है।

जो अशोक गहलोत कभी पीएम मोदी के प्रभाव में गोदी मीडिया का उल्लेख करते हुए पत्रकारिता की हत्या की दुहाई देते थे। वे खुद विज्ञापन नहीं देने की धमकियां देने लगे। यही नहीं उनके शासन में प्रशस्तिगान नहीं करने वाले कई ईमानदार और रीढ़ वाले पत्रकारों को नौकरी छोड़ने पर भी मजबूर होना पड़ा है। गोविंद भाई की मजबूरी भी कई पत्रकार बखूबी समझ रहे हैं।