बजट 2021: सभी वर्गों के लिए निराशाजनक और दिशाहीन बजट है मोदी सरकार का : संयम लोढ़ा

विधायक संयम लोढ़ा ने केंद्रीय बजट 2021-22 को घोर निराशा जनक और दिशाहीन बताया है। उन्होंने कहां की बजट में राजकोषीय घाटा 6.8 प्रतिशत लक्षित किया गया है जिससे पूरी दुनिया में गलत संदेश गया है इससे विदेशी निवेश पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। इसके साथ 1.75 लाख करोड़ की राष्ट्रीय परिसंपतियां बेचना तय किया है जो बेहद गलत है। 

सिरोही/जयपुर | विधायक संयम लोढ़ा ने केंद्रीय बजट 2021-22 को घोर निराशा जनक और दिशाहीन बताया है। उन्होंने कहां की बजट में राजकोषीय घाटा 6.8 प्रतिशत लक्षित किया गया है जिससे पूरी दुनिया में गलत संदेश गया है इससे विदेशी निवेश पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा। इसके साथ 1.75 लाख करोड़ की राष्ट्रीय परिसंपतियां बेचना तय किया है जो बेहद गलत है। 

लोढ़ा ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को लेकर भाजपा ने विपक्ष में रहते हुए 45 दिन तक संसद ठप्प करके रखी थी, आज उसके सुर बदल गये हैं। इंश्योरेंस कंपनी में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 49 फीसदी से बढ़ाकर 74 फीसदी करके वो कौनसे राष्ट्रवाद का एजेंडा मजबूत कर रही है। इस बजट में राजस्थान की घोर उपेक्षा की गयी है। इस साल जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है उन्हें लक्ष्य रखकर बजट बनाया गया है। 

लोढ़ा ने कहा कि पेट्रोल, डीजल पर लगे नये सेस का भार आम जनता पर पड़ेगा।

लोढ़ा ने कहा कि मध्यम वर्ग को उम्मीद थी कि आयकर में राहत मिलेगी लेकिन लोग मायूस हुए। सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी सुबह से इस उम्मीद में थे कि आयकर का स्लैब बढाया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

शहरी कस्बे में घटते रोजगार को देखते हुवे शहरी रोजगार योजना की आशा थी। इसी तरह मनरेगा में गांवों में लोग रोजगार दिवस 100 से बढ़ाकर 150 करने की ख्वाहिश रख रहे थे वो पूरी नही हुई। कस्टम ड्यूटी बढ़ने से इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ साथ मोबाईल भी महंगे हो जाएंगे।