राजस्थान में जल प्रलय! : 7 जिलों में बाढ़ के हालात, गांव बने टापू, धौलपुर में 27 अगस्त तक स्कूलों में अवकाश, सेना बचा रही लोगों को
Flood in Rajasthan! राजस्थान में मानसून के आगमन के साथ ही शुरू हुआ बारिश का दौर अभी भी लगातार जारी है। जिसके चलते राजस्थान में 7 जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए है। प्रदेश में अब तक सामान्य से 60 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है
जयपुर | Flood in Rajasthan! राजस्थान में मानसून के आगमन के साथ ही शुरू हुआ बारिश का दौर अभी भी लगातार जारी है। जिसके चलते राजस्थान में 7 जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए है। प्रदेश में अब तक सामान्य से 60 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है, लेकिन अब ये बारिश कई जिलों के लोगों के लिए आफत बनकर बरस रही है। प्रदेश के टोंक, कोटा, झालावाड़ , भीलवाड़, बारां, धौलपुर सहित कई अन्य इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। न जाने कितने ही लोग बेघर हो गए हैं। ऐसी स्थिति में अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है और पानी में फंसे लोगों को रेस्क्यू करते हुए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
धौलपुर में 27 अगस्त तक स्कूलों में अवकाश घोषित
राज्य में भारी बारिश से अब तक सूखे रहने वाले बांध भी छलक उठे हैं। राज्य के 240 बांध बारिश के बाद ओवरफ्लो हो गए हैं। प्रदेश के तीन-चार जिलों में पिछले दो-तीन दिन से स्कूल-कॉलेजों में अवकाश घोषित किया हुआ है। बारिश से चंबल में आए उफान के बाद धौलपुर में बाढ़ जैसे हालातों को देखते हुए यहां 27 अगस्त स्कूलों में छुट्टियां कर दी गई है। सरमथुरा, धौलपुर और राजाखेड़ा क्षेत्र के करीब 80 गावों में जल भराव हो गया है। जिससे बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। बिगड़ते हालातों देखते हुए 25 गांवों को खाली कराया गया है। जलभराव के बीच सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ टीमें लगातार लोगों को बचाने के लिए रेस्कयू कर रही है। की छुटिटयां की गई है।
आज उदयपुर-जोधपुर में हो सकती है भारी बारिश
भारी बारिश की मार झेल रहे राजस्थान को मौसम विभाग ने एक बार फिर से अलर्ट करते हुए आगामी 24 घंटे में उदयपुर, जोधपुर में भारी बारिश के आसार जताए हैं, वहीं राजधानी जयपुर में पिछले दो-तीन दिन से बरस रहे बादल अब छटने लगे हैं और धूप खिल गई है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में गुरूवार से बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी।
कोटा में चंबल दिखा रही रौद्र रूप
एमपी और राजस्थान में हो रही भारी बारिश ने चंबल नदी में उफान ला दिया है। जिसके चलते कोटा बैराज के 18 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। ऐसे में चंबल का पानी निचले इलकों में प्रवेश कर गया है जिससे घरों में पानी भर गया है। कई बस्तियां जल मग्न हो गई हैं। कोटा के इटावा में हालात खराब है। आसपास के गांव पूरी तरह से टापू बन गए हैं।