Omicron वैरिएंट पर केंद्र की बैठक: देश में बढ़ रहे Omicron infection के खतरे से बचाव के लिए केंद्र ने राज्यों को सतर्क रहने की दी सलाह, रात्रि कर्फ्य और त्योहारों पर सख्ती के निर्देश

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीसी से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के मिशन निदेशक (एमडी) के साथ ओमिक्रॉन वेरिएंट का मुकाबला करने के लिए तैयारियों की समीक्षा की। 

नई दिल्ली, एजेंसी। 
देश में ओमिक्रॉन संक्रमण 16 राज्यों तक पहुंच गया। इन 16 राज्यों में 440 ओमिक्रॉन संक्रमित पाए गए। महज 22 दिनों में 2 से 440 तक का आंकड़ा पहुंचा चिंता का विषय  बनता जा रहा है। 
ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के एडवायजरी जारी करते हुए राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों को नए ओमिक्रॉन वेरिएंट से लड़ने के लिए अपनी सतर्कता को कम न करने की अपील की है। 
वहीं केंद्र की ओर से रात्रि कर्फ्यू जैसे कदम उठाने के भी निर्देश दिए है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने वीसी से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के मिशन निदेशक (एमडी) के साथ ओमिक्रॉन वेरिएंट का मुकाबला करने के लिए तैयारियों की समीक्षा की। 
कोविड मामलों में उछाल को रेखांकित किया और पूरे विश्व में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट के चलते मामलों की बढ़ती संख्या को लेकर सामने आने वाले साक्ष्य पर ध्यान खींचा।
उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन के उच्च संक्रमण को ध्यान में रखते हुए रोकथाम के उपाय कर सकते हैं और प्रतिबंध लगा सकते हैं। 
उन्होंने राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को किसी भी प्रतिबंध को न्यूनतम 14 दिनों के लिए लागू किए जाने की सलाह दी गई है। 
वहीं 'ओमिक्रॉन' के खतरे से निपटने के लिए 5 गुना रणनीति पर फिर से जोर देने के निर्देश दिए। 

रात्रि कर्फ्यू या सख्ती करने के निर्देश
समीक्षा बैठक में सचिव भूषण ने रात्रि कर्फ्यू को लागू करने और विशेष रूप से आने वाले त्यौहारों से पहले बड़ी भीड़ का सख्त नियमन सुनिश्चित करें।
कोविड संक्रमण के नए समूहों के मामले में "कंटेनमेंट जोन", "बफर जोन" को तत्काल अधिसूचित करने के लिए पाबंद किया। इसके साथ ही उन्होंने मौजूदा दिशा-निर्देशों के अनुरूप कंटेनमेंट जोन की परिधि पर सख्त नियंत्रण सुनिश्चित करें। 
जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सभी समूह नमूनों को बिना किसी देरी के भारतीय सार्स सीओवी जीनोमिक्स कंर्सोटियम (इन्साकॉग) प्रयोगशाल को भेजें के लिए कहा। 
परीक्षण और निगरानी पर की सलाह 
केंद्र की ओर से राज्यों को सभी जिलों में डेल्टा और ओमिक्रॉन मामलों की संख्या पर सख्त निगरानी रखने की भी सलाह दी गई हैं। 
इसके साथ ही दिन-प्रतिदिन और हफ्ते-दर-हफ्ते के आधार पर मामले के संक्रमण, दोहरीकरण की दर और सामने आने वाले नए समूह और इन क्षेत्रों में नियंत्रण शुरू करने के लिए कहा गया।
सभी कोविड संक्रमित व्यक्तियों के, विशेष रूप से संक्रमण के अधिक मामलों की रिपोर्ट करने वाले समूहों में, संपर्क का पता लगाना और उनका समय पर परीक्षण सुनिश्चित करें।
राज्यों को अस्पतालों में बिस्तर बढ़ाने की सलाह
केंद्र की ओर से राज्यों को अस्पतालों में बिस्तर की क्षमता में बढ़ोतरी करने के निर्देश दिए गए। 
इसके साथ ही एम्बुलेंस जैसी लॉजिस्टिक की उपलब्धता सुनिश्चित करने और रोगियों के बाधारहित स्थानांतरण के लिए प्रणाली को लागू करने के लिए कहा गया। आवश्यक दवाओं का कम से कम 30 दिनों का बफर स्टॉक रखें। 
पहले टीकाकरण से छूटे हुए लोगों और फिर दूसरी खुराक के पात्र लाभार्थियों का त्वरित तरीके से सौ फीसदी कवरेज सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया। 
डोर-टू-डोर टीकाकरण अभियान को मजबूत करें। विशेष रूप से उन राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में जहां टीकाकरण कवरेज राष्ट्रीय औसत से कम हैं। 
इस बैठक में अतिरिक्त सचिव (स्वास्थ्य) आरती आहूजा, अतिरिक्त सचिव व एनएचएम के मिशन निदेशक विकास शील, संयुक्त सचिव (स्वास्थ्य) डॉ. मनदीप भंडारी, नई दिल्ली स्थित एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया, एनसीडीसी के निदेशक डॉ. सुजीत सिंह और आईसीएमआर के एडीजी डॉ. समीरन पांडा भी उपस्थित थे।