Taj Mahal Row: ताजमहल पर जयपुर राजघराने ने जताया हक! दीया कुमारी ने कहा- हमारे पास है इसके पुख्ता सबूत
राजस्थान के जयपुर के राज परिवार ने इसे खुद की प्रॉपर्टी होने का दावा किया है। दरअसल, किसी ने ताजमहल के कमरों के दरवाजे खोलने के लिए न्यायालय में अपील की है। जिसके बाद दिया कुमारी ने उसका समर्थन करते हुए ये बात कही।
जयपुर | देश में अब एक और नया विवाद छिड़ गया है। ये विवाद दुनिया के सात अजूबों में से एक आगरा के ताजमहल को लेकर है। आगरा में स्थित इस नायाब अजूबों को लेकर कई बार कई तरह की बातें सामने आई है लेकिन इस बार राजस्थान के जयपुर के राज परिवार ने इसे खुद की प्रॉपर्टी होने का दावा किया है। दरअसल, किसी ने ताजमहल के कमरों के दरवाजे खोलने के लिए न्यायालय में अपील की है। जिसके बाद दिया कुमारी ने उसका समर्थन करते हुए ये बात कही।
हम पेश कर सकते हैं दस्तावेज
जयपुर की राजशाही पूरी दुनिया में विख्यात है। जयपुर के पूर्व राजाओं ने देश के विभिन्न हिस्सों पर अपनी पताका फहराई है। ऐसे में जयपुर राजघराने की सदस्य और भाजपा सांसद दीया कुमारी ने ताजमहल को जयपुर राजघराने की प्रॉपर्टी बताया है। उनका कहना है कि, अगर न्यायालय चाहेगा तो हम इसके जरूरी दस्तावेज भी पेश कर सकते हैं। जिसमें साफ है कि, ताजमहल शाहजहां को पसंद आ गया था, इसलिए उन्होंने इसे हासिल कर लिया और इसके बदले कुछ मुआवजा भी दिया था। न्यायालय का निर्देश हुआ तो हम ये सभी दस्तावेज मुहैया कराने को तैयार है।
ताजमहल की जमीन पर बना हुआ था महल
मीडिया से बातचीत के दौरान दीया कुमारी ने कहा कि, ताजमहल के कमरों के दरवाजे खोलने की अपील अच्छी बात है। जो भी कमरे बंद हैं उसे खोला जाना चाहिए और उसकी जांच होनी चाहिए। इससे ही पता चला पाएगा कि वहां क्या था और क्या नहीं, पूरा सच सामने आ जाएगा। बीजेपी सांसद का दावा है कि जिस जमीन पर ताजमहल बना है वहां पहले महल हुआ करता था।
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इलाहाबाद हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका
आपको बता दें कि, इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में डॉ. रजनीश सिंह ने एक याचिका दायर की है। जिसमें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को ताजमहल परिसर के अंदर 20 से अधिक कमरों के दरवाजे खोलने का निर्देश देने के साथ एक तथ्य खोज समिति गठित करने और ताजमहल के अंदर छिपी मूर्तियों और शिलालेखों जैसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक साक्ष्यों की तलाश करने का निर्देश देने की मांग की गई है। गौरतलब है कि, कई हिंदू समूह पहले भी दावा कर चुके हैं कि ताजमहल एक पुराना शिव मंदिर है जिसे तेजो महालय के नाम से जाना जाता था।