खून से खत लिखने के बाद अब आंदोलन: सड़क हादसों में घायल गोवंश के लिए एंबुलेंस की मांग को लेकर 200 से अधिक गौ सेवक बैठे धरने पर
फोरलेन के दोनों तरफ लोहे की जाली लगवाने के साथ लम्पी स्कीन बीमारी की रोकथाम एवं उचित उपचार की व्यवस्था कर इसे महामारी घोषित करने के साथ ही घायल पशुओं को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की मांग अहम है।
सिरोही। ब्यावर-पिंडवाड़ा फोरलेन स्थित उथमण टोल प्लाजा और उसके आस-पास के लगते गांवों के पास सड़क हादसों में घायल हो रहे गोवंश को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाने को एंबुलेंस सहित अन्य मांगों को लेकर ओमश्री गजानन सेवा समिति पालडीएम के बैनर तले आठ गांवों के 200 से अधिक गौसेवक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन कर भूख हड़ताल पर बैठ गए।
ओमश्री गजानंद सेवा समिति पालड़ीएम के बैनर तले उथमण, पालड़ीएम, पोसालिया, वेराविलपुर, जोयला, बागसीन, मोरली बारेवाड़ा, सारणेश्वरजी गांव सहित आस-पास के 8 गांव के गौसेवकों ने घायल पशुओं को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू किया है। शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे सभी गौसेवक उथमण गांव के मुख्यगेट पर पहुंचे और वहां से पालडीएम गांव में रैली निकालते हुए सरकार से एंबुलेंस की मांग के साथ ही रवाना हुए। उनका कहना था कि फोरलेन के दोनों तरफ लोहे की जाली लगवाई जाए, ताकि कोई पालतू तथा बेसहारा पशु वहां नहीं जाएं। उनका कहना है कि लम्पी स्कीन बीमारी की रोकथाम एवं उचित उपचार की व्यवस्था की जाए और इसे महामारी घोषित किया जाए। पहले गोसेवक सारणेश्वरजी गांव पहुंचे, वहां से अन्य गोसेवकों को साथ लेकर सिरोही पहुंचे तथा मुख्य मार्गों से रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने एंबुलेंस की मांग को लेकर नारेबाजी की तथा शांतिपूर्ण माहौल में रामधुन गाते रहे। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांगें रखी।
कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में उन्होंने बताया कि फोरलेन डिवाइडर पर उगी घास चरने के लिए उनके पशु वहां पहुंचते हैं तथा सड़क पार करते समय वाहनों की चपेट में आने से घायल हो रहे हैं। डिवाइडर तथा सड़क के दोनों तरफ लोहे की जाली लगवाई जाए। इस दौरान समिति अध्यक्ष मंगलकुमार मीणा, उपाध्यक्ष मंगनाराम प्रवीण माली, छगनलाल, भरत वैष्णव सहित काफी संख्या में गांवों के गौसेवक मौजूद रहे। गौरतलब है कि समिति अध्यक्ष मंगलकुमार मीणा वहीं शख्स हैं, जिन्होंने कुछ समय पहले इसी मांग को लेकर अपने खून से कलक्टर को पत्र लिखा था।