भारत: जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड ईएमयू छिंगताओ से प्रस्थान करती है
बीजिंग, 22 अगस्त (आईएएनएस)। 21 अगस्त को जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे के लिए चीन से इंडोनेशिया को निर्यात की जाने वाली हाई-स्पीड ईएमयू और व्यापक निरीक्षण ट्रेनों के एक सेट को छिंगताओ पोर्ट से इंडोनेशिया ले जाया गया।परिचय के मुताबिक, जकार्ता-बांडुंग
बीजिंग, 22 अगस्त (आईएएनएस)। 21 अगस्त को जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे के लिए चीन से इंडोनेशिया को निर्यात की जाने वाली हाई-स्पीड ईएमयू और व्यापक निरीक्षण ट्रेनों के एक सेट को छिंगताओ पोर्ट से इंडोनेशिया ले जाया गया।परिचय के मुताबिक, जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे चीन और इंडोनेशिया के बीच बेल्ट एंड रोड निर्माण और व्यावहारिक सहयोग की एक ऐतिहासिक परियोजना है। यह चीन की हाई-स्पीड रेलवे की पहली विदेशी निर्माण परियोजना भी है। जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड ईएमयू और व्यापक निरीक्षण ट्रेन के निर्माण का नेतृत्व चाइना रेलवे इंटरनेशनल कंपनी लिमिटेड, चाइना नेशनल रेलवे ग्रुप की सहायक कंपनी द्वारा किया जाता है, और सिफांग कंपनी लिमिटेड द्वारा डिजाइन और निर्मित किया जाता है।
ट्रेन को जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे के लिए चीनी मानकों का उपयोग करते हुए 350 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम परिचालन गति के साथ तैयार किया गया है। इस बार जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे के डिलीवरी वाहनों के पहले बैच को छिंगताओ पोर्ट से लोड और भेज दिया गया था। अगस्त के अंत में इंडोनेशिया के जकार्ता पोर्ट पहुंचने की उम्मीद है, और सड़क मार्ग से बांडुंग ले जाया जाएगा।
गौरतलब है कि जकार्ता-बांडुंग हाई-स्पीड रेलवे की कुल लंबाई 142 किलोमीटर और अधिकतम डिजाइन गति 350 किलोमीटर प्रति घंटा है। पूरी लाइन चीनी तकनीक और चीनी मानकों को अपनाती है। निर्माण पूरा होने के बाद यह इंडोनेशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में पहली हाई-स्पीड रेलवे बन जाएगी।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस
एएनएम
Must Read: जामिया, बीएचयू व जादवपुर जैसे विश्वविद्यालय शिक्षा की पहुंच में जेंडर प्रभावों का कर रहे हैं अध्ययन
पढें भारत खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News) के लिए डाउनलोड करें First Bharat App.
मनोरंजन