Rajastha @ रीट परीक्षा सेंटर और सीसीटीवी: रीट परीक्षा को लेकर निजी स्कूलों के सेंटर को सीसीटीवी से किया जाएगा कवर, परीक्षा सेंटर पर नहीं ले जा सकते मोबाइल

इस परीक्षा में नकल रोकने के लिए शुक्रवार को एक और फैसला करते हुए प्रदेश की निजी स्कूलों में जहां सेंटर आए है, वहां के सीसीटीवी कैमरे कवर करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। शिक्षा मंत्री डोटासरा ने बताया कि परीक्षा के दौरान निजी स्कूलों के कैमरे कवर किए जाएंगे।

रीट परीक्षा को लेकर निजी स्कूलों के सेंटर को सीसीटीवी से किया जाएगा कवर, परीक्षा सेंटर पर नहीं ले जा सकते मोबाइल

जयपुर। 
प्रदेश में 26 सितंबर रविवार को रीट परीक्षा आयोजित की जाएगी। रीट परीक्षा में दो पारियों में 25 लाख परीक्षार्थी बैठेंगे। प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा बताया कि इस परीक्षा में नकल रोकने के लिए शुक्रवार को एक और फैसला करते हुए प्रदेश की निजी स्कूलों में जहां सेंटर आए है, वहां के सीसीटीवी कैमरे कवर करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। शिक्षा मंत्री डोटासरा ने बताया कि परीक्षा के दौरान निजी स्कूलों के कैमरे कवर किए जाएंगे। इससे परीक्षा केंद्र से रीट पेपर आउट ना हो। आप को बता दें कि पिछले दिनों शिक्षा मंत्री डोटासरा के इसी फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर विवाद हो गया था। इसको लेकर अब शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सफाई पेश की है।डोटासरा ने कहा कि प्रदेश में रीट परीक्षा के लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी तक नियुक्त कर दिए गए है। ये ​नोडल अधिकारी जिले में परिवहन से लेकर अभ्यर्थियों के भोजन तक की व्यवस्था देखेंगे। डोटासरा ने आम जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि यह परीक्षा प्रदेश की सबसे बड़ी परीक्षा है। ऐसे में सरकार के साथ जनता को भी सहयोग करना चाहिए।
परीक्षा सेंटर पर कोई भी नहीं ले जा सकता फोन
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि परीक्षा के दौरान सेंटर पर कोईभी व्यक्ति मोबाइल फोन नहीं ले जा सकता। पिछले दिनों जिस तरह से पेपर लीक होने की सूचना आई थी, उसके बाद सरकार ने मोबाइल फोन बैन करने का फैसला किया है। कलेक्टर और एसपी तक परीक्षा केंद्र में मोबाइल नहीं ले जा सकते। अगर कोई आदेशों की पालना नहीं करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। परीक्षा केंद्र पर पेपर पहुंचने से लेकर छ़ात्रों में वितरण तक की वीडियोग्राफी होगी। इसके साथ ही परीक्षा के दौरान किसी भी सरकारी कर्मचारी या परीक्षा केंद्र संचालक द्वारा लापरवाही या फिर बेईमानी की गई तो सरकारी कर्मचारी को नौकरी से हटाने के साथ ही परीक्षा केंद्र की मान्यता रद्द कर दी जाएगी। वहीं दूसरी ओर अभ्यर्थी रोडवेज बसों के साथ निजी बसों में भी नि:शुल्क यात्रा कर सकेंगे। ऐसे में छात्र निर्धारित वक्त पर परीक्षा केंद्र पहुंच सकें। इसके लिए सरकार द्वारा छात्रों की बसों के लिए टोल फ्री कर दिया गया है।

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