कोविड—19 टीकाकरण में नई पहल: कोविड टीकाकरण दिवस पर कल से देशभर में 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का कोविड 19 टीकाकरण होगा शुरू

भारत सरकार की ओर से सभी सरकारी कोविड टीकाकरण केंद्रों पर कल (16 मार्च 2022), राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस से 12-14 वर्ष आयु वर्ग के सभी लाभार्थियों के लिए मुफ्त कोविड 19 टीकाकरण शुरू होगा। बच्चों को दी जाने वाली कोविड 19 वैक्सीन का नाम कॉर्बेवैक्स है जिसे बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड, हैदराबाद ने तैयार किया है।

कोविड टीकाकरण दिवस पर कल से देशभर में 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का कोविड 19 टीकाकरण होगा शुरू

नई दिल्ली, एजेंसी। 
भारत सरकार की ओर से सभी सरकारी कोविड टीकाकरण केंद्रों पर कल (16 मार्च 2022), राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस से 12-14 वर्ष आयु वर्ग के सभी लाभार्थियों के लिए मुफ्त कोविड 19 टीकाकरण शुरू होगा।
बच्चों को दी जाने वाली कोविड 19 वैक्सीन का नाम कॉर्बेवैक्स है जिसे बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड, हैदराबाद ने तैयार किया है।
ऑनलाइन पंजीकरण (16 मार्च 2022 को सुबह 9 बजे से) के जरिए या टीकाकरण केंद्र पर जाकर भी वैक्सीन ली जा सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने आज सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के माध्यम से एक बैठक में इसके बारे में बताया।
इससे पहले केंद्र सरकार ने 16 मार्च 2022 से 12-13 वर्ष और 13-14 वर्ष आयु समूहों (2008, 2009 और 2010 में पैदा हुए बच्चों यानी जो पहले से ही 12 वर्ष से अधिक आयु के हैं) के बच्चों के लिए कोविड 19 टीकाकरण शुरू करने के फैसला लिया था।
इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग अब कल से एहतियाती खुराक लेने के पात्र हैं, क्योंकि इस आयु वर्ग के लिए शर्त हटा दी गई है। 
एहतियाती खुराक (पिछली दो खुराकों के समान) को दूसरे टीकाकरण की तारीख के 9 महीने (36 सप्ताह) के बाद दिया जाना है। 
इस संबंध में विस्तृत निर्देश और परिचालन दिशा-निर्देश राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेज दिए गए हैं।
राज्यों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी गई थी कि टीकाकरण की तारीख को 12 वर्ष की आयु प्राप्त करने वालों को ही कोविड 19 रोधी टीका लगाया जाए।
यदि लाभार्थी पंजीकृत है, लेकिन टीकाकरण की तारीख को 12 वर्ष की आयु पूरी नहीं है, तो कोविड 19 वैक्सीन नहीं दी जानी चाहिए। 
टीकाकरण दलों को यह सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है कि विशेष रूप से 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए टीकों का मिश्रण नहीं होना चाहिए। 
अन्य टीकों के साथ मिश्रण से बचने के लिए राज्यों को 12-14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण के लिए निर्धारित कोविड 19 टीकाकरण केंद्रों के माध्यम से समर्पित टीकाकरण सत्र आयोजित करने की सलाह दी गई थी।

वर्ष 2008 से 2010 के बीच जन्मे सभी लाभार्थी को लगेगा टीका
राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को सूचित किया गया कि वर्तमान में को-विन (सीओडब्ल्यूआईएन) में लाभार्थी की आयु को जन्म वर्ष के आधार पर छांटा जा रहा है। 
उम्र (12 वर्ष) के सत्यापन की जिम्मेदारी टीकाकरण के समय पहले कुछ दिनों के लिए टीकाकरणकर्ता/सत्यापनकर्ता के पास होगी क्योंकि को-विन पोर्टल में सही जन्म तिथि दर्ज करने का काम अभी चल रहा है।
जब यह पोर्टल एक बार सही काम करने लगेगा तो प्रणाली डिफ़ॉल्ट रूप से उन लाभार्थियों का पंजीकरण नहीं करेगी जो अनुशंसित आयु वर्ग के नहीं हैं।
कमजोर समूहों के बीच टीकाकरण की धीमी गति को देखते हुए, राज्यों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया कि 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड19 वैक्सीन की दोनों खुराकें दी जाएं।
पात्र लाभार्थियों का टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए जिला और ब्लॉक स्तरों पर नियमित समीक्षा की जाएगी।
राज्यों को उपलब्ध कोविड19 टीकों का विवेकपूर्ण उपयोग सुनिश्चित करने की भी सलाह दी गई।
इससे पहले के दिशा-निर्देशों के अनुसार, राज्य वैसे टीकों को बदल सकते हैं जो एक्सपायर होने वाले हैं। उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि टीके बर्बाद नहीं होने चाहिए।
इस वर्चुअल बैठक में स्वास्थ्य सचिव और एनएचएम मिशन के निदेशकों और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य अधिकारियों के साथ अपर सचिव (स्वास्थ्य) डॉ. मनोहर अगनानी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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