भारत: हर संभव तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया: निवर्तमान सीजेआई रमना
उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति की पूर्व संध्या पर दिल्ली उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित विदाई समारोह में कहा, मुझे लगता है कि अब, एक या दो नामों को छोड़कर लगभग सब कुछ क्लीयर हो गया है। मुझे उम्मीद है कि सरकार उन नामों को भी मंजूरी देगी।
उन्होंने अपनी सेवानिवृत्ति की पूर्व संध्या पर दिल्ली उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित विदाई समारोह में कहा, मुझे लगता है कि अब, एक या दो नामों को छोड़कर लगभग सब कुछ क्लीयर हो गया है। मुझे उम्मीद है कि सरकार उन नामों को भी मंजूरी देगी।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि मैं उस उम्मीद पर खरा उतरा, जिसकी आपने मुझसे उम्मीद की थी। मैंने प्रधान न्यायाधीश के रूप में अपने कर्तव्यों का हर संभव तरीके से निर्वहन किया। आप सभी जानते हैं कि मैंने दो मुद्दों को उठाया है- बुनियादी ढांचा और न्यायाधीशों की नियुक्ति।
बार के प्रत्येक सदस्य से मिले समर्थन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, सीजेआई ने कहा, बार का प्रत्येक सदस्य, विशेष रूप से दिल्ली में, एकजुटता के साथ खड़ा हुआ और मेरा समर्थन करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। मुझे इस तरह का समर्थन पाकर बेहद गर्व और खुशी है।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने रजिस्ट्री से बहुत कुछ सीखा, जिसमें मामलों को सूचीबद्ध करना, रोस्टर तैयार करना और दिल्ली उच्च न्यायालय में मामलों का आवंटन शामिल है।
अदालत के सदस्यों के अनुशासन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, दिल्ली उच्च न्यायालय में विचित्र फीचर्स और विशेषता हैं। यह राजधानी में स्थित है। मुकदमों की संख्या, विषयों की विविधता.., जिसकी हम देश के किसी भी उच्च न्यायालय से तुलना नहीं कर सकते।
निवर्तमान सीजेआई रमना, जिन्होंने अप्रैल 2021 में प्रधान न्यायाधीश एस. ए. बोबडे का स्थान लिया था, शुक्रवार को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
--आईएएनएस
एकेके/एएनएम
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