Rajasthanरीट परीक्षा को लेकर सियासत गर्म: रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में शिक्षा संकुल का नाम आने के बाद भाजपा ने जांच सीबीआई से कराने की मांग की

रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में तार शिक्षा संकुल से जुड़ने के बाद राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर से सियासत गरमा गई। विपक्ष की ओर से राजस्थान की गहलोत सरकार पर फिर से परीक्षाओं की धांधली को लेकर आरोप लगाए जा रहे है। 

रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में शिक्षा संकुल का नाम आने के बाद भाजपा ने जांच सीबीआई से कराने की मांग की

जयपुर। 
रीट परीक्षा पेपर लीक मामले में तार शिक्षा संकुल से जुड़ने के बाद राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर से सियासत गरमा गई। विपक्ष की ओर से राजस्थान की गहलोत सरकार पर फिर से परीक्षाओं की धांधली को लेकर आरोप लगाए जा रहे है। 
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया के साथ राजस्थान विधान सभा उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर सीबीआई जांच की मांग की।


रीट परीक्षा धांधली को लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट किया कि राज्य सरकार बड़े मगरमच्छों को बचाने की कोशिश करेगी। एसओजी ने इस मामले में 35 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। 
इतना ही नहीं अब यह भी प्रमाणित हो गया कि रीट का पेपर एक दिन शिक्षा संकुल से निकाला गया। अभ्यर्थियों के पास एक दिन पहले ही रीट का पेपर पहुंच गया तो यह भी साबित हो गया कि धांलली हुई है।
 इतना सब कांग्रेस सरकार के संरक्षण के बिना संभव नहीं हो सकता। ऐसे में इसकी निष्पक्ष जांच के लिए नैतिकता की दुहाई देने वाली सरकार को सीबीआई को सौंप देना चाहिए। 

वहीं दूसरी ओर उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौन ने भी इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर ट्वीट किया। राठौड़ ने लिखा कि राज्य में आयोजित होने वाली प्रत्येक भर्ती परीक्षा में पेपर आउट करवाने वाला संगठित गिरोह पनप गया है। 
पूर्व में भी साबित हो चुका है कि पेपर माफियाओं के सत्ता में बैठे राजनीतिक आकाओं के साथ घनिष्ठ संबंध है। पेपर लीक कर बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।


इसके बाद उन्होंने लिखा कि एसओजी द्वारा जयपुर स्थित शिक्षा संकुल से रीट भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की बात की स्वीकारोक्ति से स्पष्ट है कि रीट परीक्षा में बड़े स्तर पर धांधली हुई है। 
अब तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तत्काल प्रभाव से रीट प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपनी चाहिए।
राठौड़ ने आरोप लगाए कि  पेपर माफियाओं के सत्ता में बैठे राजनीतिक आकाओं के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, जो पेपर लीक कर बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
गौरतलब है कि रीट पेपर लीक मामले में बुधवार को एसओजी ने खुलासा करते हुए बताया कि रीट का पेपर जयपुर से शिक्षा संकुल के स्ट्रॉन्ग रूम से लीक हुआ था। 

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