राजस्थान की राजनीति में नए सियासी समीकरण: राजस्थान में पायलट समर्थक विधायकों ने आरएएस साक्षात्कार मामले में डोटासरा का खुलकर किया बचाव
राजस्थान की राजनीति में इन दिनों रोज नए समीकरण देखने को मिल रहे है। आरएएस भर्ती परीक्षा 2018 के इंटरव्यू में अपने रिश्तेदारों को समान अंक दिलाने के मामले को लेकर विवादों में आए कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के पक्ष में सचिन पायलट गुट के विधायक खुलकर सामने आ गए।
जयपुर।
राजस्थान की राजनीति में इन दिनों रोज नए समीकरण देखने को मिल रहे है। आरएएस भर्ती परीक्षा 2018 के इंटरव्यू में अपने रिश्तेदारों को समान अंक दिलाने के मामले को लेकर विवादों में आए कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा(Congress State President and Education Minister Govind Singh Dotasara) के पक्ष में सचिन पायलट गुट के विधायक खुलकर सामने आ गए। पायलट समर्थक विधायक मुकेश भाकर(MLA Mukesh Bhaker) और रामनिवास गावड़िया (Ram Niwas Gavdia)ने अजय माकन से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत में गोविंद सिंह डोटासरा का खुलकर बचाव किया। पायलट समर्थक विधायकों ने यहां तक कह दिया कि भाजपा डोटासरा को टारगेट कर रही है ताकि आरएसएस का मुद्दा नहीं उठाया जाए।
डोटासरा अच्छा काम कर रहे हैं डोटासरा:भाकर
नागौर के लाडनूं से विधायक मुकेश भाकर ने कहा कि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा अच्छा काम कर रहे हैं। आरएसएस-बीजेपी के लोगों से उन्होंने मुकाबला किया है। डोटासरा ने पार्टी को आइडियोलोजिकली मजबूत किया है। जिस दिन डोटासरा को प्रदेशाध्यक्ष बनाया था उसी दिन हमने कहा था कि एक अच्छे कार्यकर्ता को मौका दिया है। डोटासरा ने आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ स्टैंड लिया इसलिए उन्हें अब टारगेट किया जा रहा है। कई विधायकों से भी हमारी बात हुई है, वे भी शिक्षा मंत्री के काम से खुश हैं। उन्हें टारगेट करके जो भी बातें कहीं जा रही हैं वे गलत हैं। आरएसएस और भाजपा के लोगों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के मुद्दों को लेकर हमलवार होने पर भाजपा के लोग गोविंद सिंह डोटासरा पर RAS भर्ती को लेकर मनगढंत आरोप लगा रहे हैं।
डोटासरा ने शिक्षा का भगवाकरण रोका: गावडिया
वहीं नागौर के ही परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया ने भी शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का खुलकर बचाव किया। गावडिया ने कहा कि शिक्षा मंत्री अच्छा काम कर रहे हैं, जो अच्छा काम करते हैं उनकी तारीफ होनी चाहिए। पहली बार किसान के बेटे को शिक्षा मंत्री बनाया गया, उनका काम अच्छा है। डोटासरा ने शिक्षा मंत्री के तौर पर शिक्षा के भगवाकरण को रोका, इसलिए आरएसएस—बीजेपी के लोग उनसे नाराज हैं। डोटासरा ने मंत्री पद पर रहते हुए तमाम काम किए जिससे किसान कौम का भला हो सकता है। आरएसएस के लोगों ने उनके खिलाफ गलत आरोप लगाकर प्रोपेगेंडा चलाया। आप को बता दें कि तीन दिन पहले 6 पायलट समर्थक विधायकों ने डोटासरा के घर पर उनसे मुलाकात की थी। इस मुलाकात की भी सियासी हलकों में चर्चाएं हैं। इन विधायकों के डोटासरा के घर जुटने को संयोग कहा गया लेकिन वह मुलाकात सियासी संयोग बन गई।
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