पोस्टर विमोचन: क्षत्रिय युवक संघ का हीरक जयंती समारोह 22 दिसम्बर को भवानी निकेतन जयपुर में
प्रदेश भर के राजपूत समाज के लोगों की मौजूदगी में हुआ पोस्टर विमोचन
जयपुर | श्री क्षत्रिय युवक संघ के 75 साल पूरे होने पर हीरक जयंती समारोह 22 दिसम्बर 2021 को जयपुर के भवानी निकेतन में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन को लेकर जयपुर के संघशक्ति कार्यालय में बुधवार 24 नवम्बर को समारोह का पोस्टर विमोचन किया गया।
क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवानसिंह रोलसाहबसर, संघ प्रमुख लक्ष्मणसिंह बेण्यांकाबास, राजस्थान सरकार के आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, विधायक नरपतसिंह राजवी, हमीरसिंह भायल, चन्द्रभान सिंह अक्या, राजस्थान विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष राव राजेन्द्रसिंह, प्रदेश कांग्रेस के सचिव महेन्द्रसिंह खेड़ी, प्रताप फाउण्डेशन के संयोजक महावीरसिंह सरवड़ी, भवानी निकेतन के उपाध्यक्ष सम्पतसिंह शेखावत धमोरा, प्रदेश भाजपा के मंत्री श्रवणसिंह बगड़ी, राज्य सभा के पूर्व सांसद नारायणसिंह माणकलाव, पूर्व सांसद गोपालसिंह ईडवा, पूर्व मंत्री गजेन्द्रसिंह खिंवसर, विधायक बाबूसिंह राठौड़, युवा सामाजिक कार्यकर्ता भंवरसिंह बांजाकुड़ी, राजपूत सभा के महासचिव बलबीरसिंह हाथोज आदि कई नेताओं व राजपूत समाज के कई सामाजिक संगठनों के प्रमुखों ने पोस्टर का विमोचन किया।
क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवानसिंह रोलसाहबसर ने पूरे राजस्थान से आए लोगों का आभार जताते हुए कहा कि यह सभी का आयोजन है। इस आयोजन से सभी को समर्पित भाव से जुड़ना चाहिए।
क्षत्रिय युवक संघ के संघप्रमुख लक्ष्मणसिंह बेण्यांकाबास ने आयोजन की रूपरेखा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बीते एक साल में क्षत्रिय युवक संघ की ओर से भारत भर में कोविड प्रोटोकाॅल की पालना करते हुए 75 विविध आयोजन किए गए।
अब 22 दिसम्बर को जयपुर में श्री क्षत्रिय युवक संघ का हीरक जयंती समारोह आयोजित किया जाएगा। इसमें राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों से लाखों लोग शिरकत करेंगे।
पोस्टर विमोचन कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि क्षत्रिय युवक संघ संस्कार के साथ-साथ देश और धर्म की बात करता है। इसलिए इस आयोजन को भव्यातिभव्य बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि क्षत्रिय युवक संघ की ताकत बढ़ती है तो देश की ताकत बढ़ती है। यह किसी राजनीतिक पार्टी के झंडे को मजबूत करने का आयोजन नहीं है बल्कि देश और धर्म को मजबूत करने का सार्थक प्रयास है, जिसमें हमें पूर्ण समर्पण से जुटना होगा।
पूर्व मंत्री गजेन्द्रसिंह खिंवसर ने कहा कि क्षत्रिय युवक संघ ने सदा हमें सहयोग किया है। हम समाज के लिए होने वाले इस आयोजन को अभूतपूर्व रूप से सफल बनाएंगे। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्ग और संगठन हरसंभव कोशिश कर इसे ऐतिहासिक रूप से सफल बनाएंगे।
विधाधरनगर के विधायक नरपतसिंह राजवी ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र ये पचास हजार लोगों को आयोजन में जोड़ने के लिए उन्होंने रूपरेखा तैयार कर ली है।
विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष राव राजेन्द्रसिंह ने कहा कि इस आयोजन को संख्याबल, अनुशासन के हिसाब से ऐतिहासिक बनाने में पूरा योगदान दिया जाएगा। चित्तौड़गढ़ विधायक चन्द्रभानसिंह अक्या ने कहा कि हरसंभव प्रयासों से अधिकाधिक लोगों को इस आयोजन से जोड़ा जाएगा।
सिवाना विधायक हम्मीरसिंह भायल ने भी बाड़मेर जिले से अधिकाधिक लोगों को साथ लाने का विश्वास दिलाया। सामाजिक कार्यकर्ता यशवर्धनसिंह शेखावत ने कहा कि इसमें युवा पीढ़ी को नई दिशा देने के लिए बड़ा और सार्थक प्रयास किया जाएगा।
मारवाड़ राजपूत सभा के अध्यक्ष हनुमान सिंह खांगटा, पूर्व विधायक जालमसिंह रावलोत, भंवरसिंह बांजाकुड़ी, आसूसिंह सूरपुरा, राजपूत सभा लक्ष्मणगढ़ के गजेन्द्रसिंह राजास, निम्स यूनीवर्सिटी के निदेशक डाॅ. पंकजसिंह, बाड़मेर बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष खुमानसिंह सोढ़ा, केकड़ी के पूर्व प्रधान भूपेन्द्रसिंह शक्तावत, पूर्व प्रधान श्री डूंगरगढ़ छेलूसिंह पुन्दलसर, कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य श्याम प्रतापसिंह रूवां, विशनसिंह खिरजां समेत सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के लोगों ने आयोजन में शिरकत की।
25 साल बाद आयोजन
क्षत्रिय युवक संघ ने 1996 में स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन किया था। इसमें करीब पांच लाख लोगों ने शिरकत की थी। इस बार अनुमान है कि करीब दस लाख लोगों का यह अनूठा सम्मेलन जयपुर में होने जा रहा है। आयोजनकर्ताओं का कहना है कि इतना बड़ा आयोजन जयपुर में पहली बार होने जा रहा है। ऐसे में प्रशासन और सरकार के स्तर पर भी व्यवस्थाओं को लेकर रूपरेखा तय की जा रही है।
75 साल पूर्व हुई थी स्थापना
श्री क्षत्रिय युवक संघ युवाओं में संस्कार निर्माण और सिद्धान्तों की जागरूकता के लिए बीते 75 साल से पूरे देश में सक्रिय रूप से काम करता है। पिलानी के राजपूत छात्रावास में इसके संस्थापक तनसिंह रामदेरिया के मन में यह विचार के रूप में सर्वप्रथम प्रकट हुआ। उन्होंने 22 दिसम्म्बर 1946 को इसकी सस्थापना की। इसके बाद से संगठन पूरे देश में क्षत्रिय युवाओं में काम कर रहा है।
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