भारत: सफेद बाघ जय को जल्द ही चेन्नई से एक मिलेगा नया साथी
जय और विजय का जन्म 2016 में लखनऊ चिड़ियाघर में सफेद बाघिन विशाखा के घर हुआ था। भाई-बहन 2019 में अलग हो गए जब विजय को पशु विनिमय कार्यक्रम के तहत दिल्ली चिड़ियाघर भेजा गया।
जय और विजय का जन्म 2016 में लखनऊ चिड़ियाघर में सफेद बाघिन विशाखा के घर हुआ था। भाई-बहन 2019 में अलग हो गए जब विजय को पशु विनिमय कार्यक्रम के तहत दिल्ली चिड़ियाघर भेजा गया।
एक और सफेद बाघ गीता फिर जय की साथी बन गई लेकिन गीता को बाद में गोरखपुर चिड़ियाघर भेज दिया गया।
उस समय, यह प्रस्तावित किया गया था कि चेन्नई के अरिग्नार अन्ना प्राणी उद्यान से एक सफेद बाघ को गोरखपुर चिड़ियाघर भेजा जाएगा।
लेकिन प्रस्ताव को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से अनुमति नहीं मिली। नतीजतन, लखनऊ चिड़ियाघर को गीता से अलग होना पड़ा।
गीता का जाना अचानक और अप्रत्याशित था और जय दिखने में अकेला हो गया।
जय अकेला रह रहा है जबकि मां विशाखा दूसरे बाड़े में है। चिड़ियाघर के अधिकारी कभी भी एक बाघिन को उसकी संतान के साथ नहीं जोड़ते।
चिड़ियाघर के निदेशक वी के मिश्रा ने कहा, हमने चेन्नई चिड़ियाघर से एक सफेद बाघिन को लखनऊ भेजने का अनुरोध किया है। हमें इस संबंध में जल्द ही केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से मंजूरी मिलने का विश्वास है। अंतिम पुष्टि के बाद, हम एक टीम को साथ देने के लिए चेन्नई भेजेंगे। लखनऊ के लिए बड़ी बिल्ली। इस प्रक्रिया में लगभग एक महीने का समय लगेगा।
--आईएएनएस
पीटी/एएनएम
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