50 देशों के 1500 प्रतिनिधि होंगे शामिल: प्रधानमंत्री मोदी ने ग्रेटर नोएडा में किया डेयरी समिट का उद्घाटन, कहा- पशुओं की हो रही बायोमीट्रिक पहचान
- भारत डेयरी उत्पादों का दुनिया में सबसे बड़ा उत्पादक बना - पशुओं की हो रही बायोमीट्रिक पहचान

नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन (आईडीएफ डब्ल्यूडीएस) 2022 का उद्घाटन किया और पीएम मोदी ने डेयरी सेक्टर को करोड़ों लोगों की आजीविका का प्रमुख साधन बताया। ये आयोजन चार दिनों तक चलेगा। आपको बता दें कि, देश के कई राज्यों में अभी लंपी वायरस फैला हुआ है जिसके चलते रोजाना हजारों गौवंश मौत का शिकार हो रही है। ऐसे में पशुओं से जुडे इस समिट का महत्व और भी बढ़ जाता है।
भारत में हम पशुओं के यूनिवर्सल वैक्सीनेशन पर भी बल दे रहे हैं।हमने संकल्प लिया है कि 2025 तक हम शत प्रतिशत पशुओं को फुट एंड माउथ डिजीज़ और ब्रुसेलोसिस की वैक्सीन लगाएंगे। हम इस दशक के अंत तक इन बीमारियों से पूरी तरह से मुक्ति का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/lPfRFrFlry
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 12, 2022
सम्मेलन में 50 देशों के 1500 प्रतिनिधि होंगे शामिल
भारत में ‘वर्ल्ड डेयरी समिट’ का आयोजन 48 सालों के बाद हो रहा है। इस सम्मेलन में 50 देशों के 1500 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। सोमवार को इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल रहे।
भारत डेयरी उत्पादों का दुनिया में सबसे बड़ा उत्पादक बना
पीए मोदी ने विश्व डेयरी सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए कहा कि, भारत के डेयरी क्षेत्र को बड़े पैमाने पर उत्पादन के बजाय बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए मान्यता प्राप्त है। ‘डेयरी सेक्टर का सामर्थ्य ना सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देता है बल्कि ये दुनिया भर में करोड़ों लोगों की आजीविका का भी प्रमुख साधन है। आज डेयरी क्षेत्र से 8 करोड़ परिवारों को रोजगार मिल रहा है। छोटे पैमाने के डेयरी किसानों के सामूहिक प्रयासों से भारत दुनिया में डेयरी उत्पादों का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है।
आज भारत में डेयरी सहकारी का एक ऐसा विशाल नेटवर्क है जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है। ये डेयरी कॉपरेटिव्स देश के दो लाख से ज्यादा गांवों में करीब-करीब दो करोड़ किसानों से दिन में दो बार दूध जमा करती है और उसे ग्राहकों तक पहुंचाती है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/VpK8KPEJ4G
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 12, 2022
पशुओं की हो रही बायोमीट्रिक पहचान
पीएम मोदी ने कहा कि भारत, डेयरी पशुओं का सबसे बड़ा डेटाबेस तैयार कर रहा है। डेयरी सेक्टर से जुड़े हर पशु की टैगिंग हो रही है और आधुनिक तकनीक की मदद से पशुओं की बायोमीट्रिक पहचान की जा रही हैं। इसे पशु आधार नाम दिया गया है। आज भारत में डेयरी सहकारी का एक ऐसा विशाल नेटवर्क है जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है।
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