कीटनाशक के लिए धन की कमी: श्रीलंका में इस साल लगभग 50,000 डेंगू के मामले
विजेमुनि ने कहा कि उन्हें अपने वार्षिक मच्छर नियंत्रण कार्यक्रमों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि सीएमसी के पास डेंगू मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रसायनों और कीटनाशकों को खरीदने के लिए धन की कमी है।
कोलंबो | श्रीलंका में 2022 के पहले आठ महीनों में डेंगू के करीब 50,000 मामले सामने आए हैं।
राष्ट्रीय डेंगू नियंत्रण इकाई (एनडीसीयू) के अनुसार, पिछले आठ महीनों में 49,941 लोगों को डेंगू के इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने एनडीसीयू के हवाले से बताया कि आधे मामले पश्चिमी प्रांत से सामने आए, जिनमें कोलंबो, गम्पाहा और कालूतारा जिले शामिल हैं।
ये भी पढ़ें:- Asia Cup 2022: 28 अगस्त को भारत के साथ मुकाबले से पहले पाक टीम को बड़ा झटका, तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी बाहर
कोलंबो नगर परिषद (सीएमसी) के मुख्य चिकित्सा अधिकारी रुवान विजेमुनि ने पत्रकारों को बताया कि कोलंबो से 12,754, गमपाहा से 7,496 और कालूतारा से 4,731 मामले सामने आए हैं।
विजेमुनि ने कहा कि उन्हें अपने वार्षिक मच्छर नियंत्रण कार्यक्रमों में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि सीएमसी के पास डेंगू मच्छरों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रसायनों और कीटनाशकों को खरीदने के लिए धन की कमी है।
ये भी पढ़ें:- सोनम कपूर के घर आया नन्हा सा बाल गोपाल, अनिल कपूर बने नाना
विजेमुनि ने कहा कि डेंगू के मामले आमतौर पर जून और अगस्त के बीच और नवंबर और जनवरी के बीच बढ़ते हैं।
उन्होंने कहा कि ईंधन की कमी से भी मच्छर भगाने के अभियान में बाधा आ रही है।
Must Read: अफगान प्रांत में भारी बाढ़ से 20 की मौत
पढें विश्व खबरें, ताजा हिंदी समाचार (Latest Hindi News) के लिए डाउनलोड करें First Bharat App.